Friday, December 25, 2015

ABOUT TERMINATION OF POSTAL ASSISTANTS

हमारे बहोत साथी टर्मिनेट हो  गए. इस  बात  का  हमें बहोत दुःख है. हम  उनके  साथ है. सभी
प्रकार से उनका सहयोग करेंगे. साथ साथ इस बात का संतोष भी है की बहोत कौभांड कारी फ्रॉड लोगो को  हमारे डिपार्टमेंट से निकाल दिया गया. गलत तरीके से कौभांड में ग्रस्त किसी भी का हम साथ नहीं  दे शकते . हमारे पास कोई मीटर नहीं है की हम निर्दोष और दोषी को पहचान ले. शायद डाक विभाग भी यह कर शकता तो इतने सारे लोगो का एक साल
नौकरी करने के बाद टर्मिनेशन न होता. दूसरे शब्दों में कहु तो जानते हुए भी निर्दोषो की बलि चढ़ाई नहीं जाती. उनको डिस्चार्ज करते समय अधिकारी ओ की आँखों में भी आंसू थे. साथी कर्मी तो रो रहे थे. हमें
निर्दोषो को मदद करनी है.

जिन लोगो ने साथ काम किया वो भी सब की सही
पहचान कर चुके है.

गुजरात राज्य के सभी उम्मीदवारों का ग्रुप अलग बनाया गया है. ३० दिसंबर को अहमदाबाद में दुपहर ४ बजे वकील से मुलाकात होगी.

सभी राज्यों के लोग अलग ग्रुप बनाएंगे. हम जितना हो शके उतना साथ सबको देंगे.

अब  समय आ चूका है की कोर्ट केस किया जाये. तुरंत. बहोत स्टैण्डर्ड एडवोकेट को चुन के. और बाते भी है की क्या क्या किया जा शकता है. जिसको जॉब मिल चूका और टर्मिनेट हुए और जो एबेयंस में थे उनका केस मेटर अलग होगा. उनको केस अलग करना है लेकिन एक दुसरो का साथ देना है. अभी भी जो कुछ करे,एक बात स्पष्ट रूप से समज लेना बहोत जरुरी है. निर्दोष को जो नुकशान हुआ वो सिर्फ उस वजह से हुआ की दोषी भी उनके साथ थे. अब आगे केस या कुछ भी करे, उसमे भी दोषी साथ रहे तो सब का बिगड़ेगा. जैसे की टर्मिनेट होने वालो में जिन  दोषी लोगो ने पुनः परीक्षा - रिटेस्ट में पुअर परफॉर्म किया और जो वास्तव में लायक ही नहीं है उनके लिए डिपार्टमेंट कोर्ट में आएगा तो ऐसे कई रिकॉर्ड ले के आएगा. जो स्पष्ट रूप से गलत लोगो को उजागर कर सकता हे. इसलिए मात्र सही लोग ही केस करे और किसी भी प्रयत्न - रजुआत में जुड़े रहे यह बहोत जरुरी है. गलत लोग खुद जानते ही है की उन्हों ने  क्या किया है. वो अपनेआप दूर हो जाये अथवा अगर हम उनको जान चुके है तो उनको दूर रखे यह बहोत जरुरी है.